AC,मौत का कारण न बन जाऐ अॉन करने और रिपेयर कराने में रखें सावधानी

- जब भी मैकेनिक को बुलाऐं, उसकी परख जरूर करें। अकुशल मैकेनिक से काम कराने से बचें। जब वह आए तो उससे सारी जानकारी लें, उसका अनुभव जाँच लें और यह भी तय कर लें कि उसने जहाँ से प्रशिक्षण लिया है वह मान्यता प्राप्त संस्थान हो।
- मैकेनिक के पास सारे संसाधन हों, यह सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है। सुरक्षा के लिहाज़ से और काम करने के लिहाज से।
- जहाँ भी एसी के रिपेयरिंग और गैस-फिलिंग का काम हो रहा हो वह जगह बंद न हो। खुली जगह पर ही यह कम करना सुरक्षित रहेगा।
- जिस समय एसी रिपेयरिंग का काम हो रहा हो उस समय बहुत अधिक भीड़ न करें। खासतौर पर बच्चों को तो दूर ही रखें।
- अगर बहुत जरूरी न हो तो विंडो एसी को ही प्राथमिकता दें क्योंकि विंडो एसी की देखरेख, स्प्लिट की तुलना में आसान होती है।
- जब भी एसी खरीदें तो किसी मानक कम्पनी से ही खरीदें ताकि एसी जब भी खराब हो कम्पनी से सम्पर्क किया जा सके। मानक कम्पनियाँ वॉरंटी भी देती हैं जिससे अच्छी सर्विसिंग की गारन्टी हो जाती है।
- एसी में जो गैस भरी जाती है उसकी क्वालिटी भी कम्पनी-कम्पनी पर निर्भर करती है, तो पर्याप्त जाँच-पड़ताल के बाद ही एसी खरीदें।
एसी में कई बार लीक होने वाली गैस भी मौत का कारण बन सकती है। वैसे तो इस गैस की कोई गंध नहीं होती है। लेकिन इसके बावजूद भी गैस लीक इन कुछ वजहों से होती है, जिस पर ध्यान रखकर इसका पता लगाया जा सकता है-
- अगर आपकी एसी सही से फिट नहीं है|
- जिन कॉइल्स में गैस दौड़ती है, वह सही से काम करें|
- पुराने एसी की ट्यूब में लगी जंग|
- अगर एसी अच्छे से ठंडा नहीं कर रही हो|
- हर सीजन में सर्विस करवाएें।
- दिन में एक बार कमरे की खिड़कियाँ-दरवाजे जरूर खोल दें, ताकि प्रदूषित हवा निकल सके
- सर्विस किसी भरोसेमंद, सर्टिफाइड मैकेनिक से करवाएें|
- गैस की क्वालिटी का ध्यान रखें|
- गलत गैस डालने से भी दिक्कत होती है|
- सारे वक्त कमरे, खिड़कियों को बंद न रखें |
कितनी डिग्री सेल्सियस रखें एसी का तापमान?
पलंग या सोफे पर बैठकर टीवी देखते हुए कुछ लोग एसी का रिमोट उठाकर तापमान 16 या 18 तक ले आते हैं। CSE की मानें तो ऐसा करना सेहत पर असर डाल सकता है। घरों या दफ्तरों में एसी का तापमान 25-26 डिग्री सेल्सियस ही रखना चाहिए। दिन के मुकाबले रात में तापमान कम रखा जा सकता है। ऐसा करने से सेहत भी ठीक रहेगी और बिजली का बिल भी कम आएगा। लेकिन अगर आप एसी का तापमान इससे कम रखेंगे तो एलर्जी या सिरदर्द शुरू हो सकता है। बुजुर्गों और बच्चों की इम्युनिटी सिस्टम कमजोर होता है, ऐसे में एसी का तापमान सेट करते समय इसका खयाल रखना होगा।
एसी कितने घंटे चलाना चाहिए?
इसके जवाब में CSE के प्रोग्राम मैनेजर कहते हैं कि अगर आपके घर अच्छे से बने हैं, बाहर की गर्मी अंदर नहीं आ रही है तो आप एक बार एसी चालू करके कमरा ठंडा होने पर बंद कर सकते हैं। एक बात कही जाती है कि अगर आप 24 घंटे एसी में रहेंगे तो आपकी इम्युनिटी कम हो सकती है। आपका कमरा अगर पूरी तरह बंद है तो एक समय के बाद उसमें ऑक्सीजन की कमी हो जाएगी। यह जरूरी है कि कहीं न कहीं से ताजा हवा अन्दर आये।
पर्यावरण विशेषज्ञ इस बात पर जोर देते हैं कि भारत जैसी जलवायु वाले देश में एसी का तापमान 26 डिग्री सेल्सियल रखा जाना चाहिए।