उदयपुर में राष्ट्रीय संगोष्ठी के साथ विविध कार्यक्रम


राष्ट्रीय पत्रकारिता संगोष्ठी
सर्व प्रथम ‘‘जैनविद्या एवं प्राकृत पत्रकारिता की आधुनिक प्रासंगिकता’’ विषय पर राष्ट्रीय पत्रकारिता संगोष्ठी का उद्घाटन सत्र पं. सम्राट शास्त्री के मंगलाचरण और उपस्थित अतिथियों द्वारा दीपप्रज्ज्वलन के साथ प्रारंभ हुुआ। प्रो. वीरसागर जैन-दिल्ली के अध्यक्ष चयन के उपरान्त संगोष्ठी के निर्देशक प्रो. जिनेन्द्र कुमार जैन ने स्वागत भाषण दिया। इस सत्र के सारस्वत अतिथि प्रोे. उदयचन्द जैन-उदयपुर और मुख्य वक्ता डाॅ. महेश जैन-भोपाल थे, विषय प्रवर्तन डाॅ. ज्योतिबाबू जैन-उदयपुर ने किया, डाॅ. धर्मेन्द्र जैन और डाॅ. रजनीश शुक्ला-नई दिल्ली ने जैन विद्या एवं प्राकृत पत्रकारिता की आधुनिक प्रासंगिकता विषय पर अपने वक्तव्य दिये। सत्र का संयोजन डाॅ. सुमत कुमार जैन ने व धन्यबाद ज्ञापन डाॅ. ज्योतिबाबू जैन ने किया।
संगोष्ठी का द्वितीय सत्र 1 बजे प्रारंभ हुआ। इस सत्र की अध्यक्षता प्रो. प्रेम सुमन जैन-उदयपुर ने की, सारस्वत आतिथि डाॅ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’-इन्दौर को बनाया गया। इस सत्र में वैज्ञानिक श्री पी.एन. अग्रवाल, श्री अकलेश जैन-अजमेर, श्री मनीष जैन-शाहगढ़, श्री तपिस कुमार जैन, श्रीमती रीना जैन, सारस्वत अतिथि डाॅ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’ व संगोष्ठी निर्देशक प्रो.जिनेन्द्र कुमार जैन ने संबोधित किया। प्रो. जिनेन्द्र जी ने बताया कि प्राकृत की – भावणासारो, तित्थयर भावणा और विराग सेतु ये पुस्तकेें मोहनलाल सुखड़िया वि.वि. के पाठ्यक्रम में सम्मिलित करने की प्रक्रिया में हैं। डाॅ. मनुज के वक्तव्य के उत्तर में प्रो. प्रेम सुमन जी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में ‘
‘जैन प्राकृत स्कालर्स सोसायटी’’ द्वारा ‘‘पाइय पीयूस’’ नाम से एक प्राकृत पत्रिका प्रारंभ करने की घोषणा की। इस सत्र का संचालन डाॅ. सुनील संचय- ललितपुर ने किया। संगोष्ठी के समन्वयक डाॅ. ज्योतिबाबू जैन, सह प्रोफेसर मोहनलाल सुखाड़िया वि.वि उदयपुर थे।

श्रीफल पुरस्कार समर्पण समारोह
संगोष्ठी के प्रथम सत्र के उपरान्त पूज्य मुनि श्री पूज्यसागर जी महाराज के ससंघ सान्निध्य और उनके निर्देशन में प्रतिष्ठित श्रीफल पुरस्कार समिर्पित किये गये। ये पुरस्कार 1.रविदत्त मेहता, 2.राजेश माली, 3.विकास जैन, 4.सचिन चैधरी, 5. देवकुमार, 6.व्रजेश कुमार झा और 7.चन्द्र प्रकाश वेद ने प्राप्त किये।
आचार्य विद्यानंद-विनयांजलि सभा
‘जैन प्राकृत स्कालर्स सोसायटी-उदयपुर’’ द्वारा आचार्य श्री विद्यानंद जी महाराज के प्रति विनयांजलि सभा आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता सोसायटी के अध्यक्ष प्रो. प्रेम सुमन जैन ने की, संचालन प्रो. जिनेन्द्रकुमार जैन ने किया तथा संगोष्ठी में आगत प्रायः सभी विद्वानों-पत्रकारों ने अपने उद्गार व्यक्त कर विनयांजलि समर्पित की।
सांस्कृतिक कार्यक्रम
पूज्य मुनिश्री पूज्यसागर जी महाराज एवं पूज्य मुनि श्री अनुक्रमसागर जी महाराज के ही पावन सान्निध्य में विविध महिलामण्डलों द्वारा, सरस्वती आराधना, अष्ट प्रातिहार्य पूजन, गुरुपूजन किया गया, पाश्र्वनाथ चालीसा के आधार पर पाश्र्वनाथ के भव-जीवन की घटनायें दिखाते हुए नृत्यनाटिका प्रस्तुत की गई, बच्चों ने ‘पाठशाला’ नाटक प्रस्तुत किया। नौ घंटे लगातार नृत्य प्रस्तुत करने वाली कनिष्का चित्तौड़ा ने जैन भजन पर नृत्य तथा शास्त्रीय-कत्थक नृत्य प्रस्तुत किया।
-डाॅ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’, इन्दौर
