लखनऊ!! परम पूज्य जैनमुनि श्री विशोक सागर जी ससंघ के पावन सान्निध्य में चेतना मंच का प्रादेशिक अधिवेशन संपन्न हुआ। चेतना मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री निर्मल सेठी जी और राष्ट्रीय महामंत्री श्री ललित जैन एवं जैन जैन प्रवद्धनी के अध्यक्ष श्री विनय जैन वर्षायोग कमेटी के संयोजक संजीव जैन आदि ने अपने दीप प्रज्वलन करा श्री सेठी ने कहा कि मैने कई देशों की यात्रा करके जैन धर्म के अवशेष खोजे हैं जिन्हे विश्व मे पहचान दिलाने का प्रयास कर रहा हूँ।हमें अपने इतिहास और पुरातत्व की रक्षा करनी चाहिए।मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री मा सुरजीत सिह डंग ने कहा कि महामंंत्र णमोकार मंत्र बहुत प्रभावशाली है जो इसकी सच्ची साधना करता है उसके काम सिद्ध हो हैं। श्री विनय जैन ने कहा कि जैन समाज की छवि एक ससक्त समाज की है हमें अपने मतभेदों को भुलाकर एक होना चाहिए तभी समाज का विकास संभव है।डा. नीरज जैन ने कहा कि जैन समाज के लोगों की अन्य समाजों मे बडी प्रतिष्ठा है हमें अपने युवाओं को राजनीति में पहचान दिलाने में मदद करनी चाहिए, जिससे समाज के प्रतिनिधियों को चुनावों में टिकट मिले और समाज का विकास हो।मंच का संचालन महामंत्री ललित जैन ने किया।अतिथियों का आभार मंच के मंत्री एवं कार्यक्रम संयोजक शैलेंद्र जैन ने किया अंत मे प. पू. जैनमुनि श्री विशोक सागर जी ने अपने आशीष वचनों से कहा कि हमें सबले पहले संतवाद छोोड़कर एक होना पडे़गा तभी कल्याण होगा हमें अपने नाम के आगे जैन जरूर लगाना चाहिए।अयोध्या मे जन्मे ऋषभदेव ने समाज के कर्मों के अनुसार अषि, मसि और कृषि का पाठ पढ़़ाया और कहा कृषि करो या ऋषि बनो।सभा मे मुख्य रूप से प्रमोद जैन फरूखाबाद पारस जैन कानपुर सुमित जैन दिल्ली प्रमोद जैन आगरा एवं लखनऊ के इ पी के जैन अभिषेक जैन विशाल जैन पवन जैन सुमित जैन आदि ने शामिल होकर कार्यक्रम को सफल बनाया।