बड़े बाबा का महास्तकाभिषेक करने लग गई श्रावकों की कतारें राष्ट्रीय विद्वत सम्मेलन में कुंडलपुर में जुटेंगे देशभर के जैन मनीषी जनपद से भी बड़ी संख्या में हो रहे शामिल
ललितपुर। कुंडलपुर महामहोत्सव का दूसरा चरण महामस्तकाभिषेक का शुभारंभ हो चुका है जो लगभग एक माह तक चलेगा। बड़े बाबा आदिनाथ भगवान का महमस्तकाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी हुई हैं। डॉ. सुनील संचय ने बताया कि कुंडलपुर में बड़े बाबा के मस्तकाभिषेक का मौका 6 साल बाद मिला है। हालांकि इसके बाद 9 साल बाद कुंडलपुर में मस्तकाभिषेक का मौका मिलेगा। जब प्रथम कलश से बड़े बाबा की प्रतिमा के मस्तक पर अभिषेक किया गया तो ऊपर से गिरते जल को हवा ने फुहारों में बदल दिया और पूरा माहौल अप्रतिम सा लगा। इस दृश्य के साक्षी बने हजारों श्रद्धालुओं को असीम आनंद की प्राप्ति हुई। लोग लंबे समय से भगवान बड़े बाबा के मंदिर निर्माण पूर्ण होने की प्रतीक्षा कर रहे थे। जो पूर्ण होने से अपने आप को धन्य मान रहे हैं।प्रथम महामस्तकाभिषेक करने का सौभाग्य दानवीर भामाशाह अशोक पाटनी आर के मार्बल्स परिवार को प्राप्त हुआ। ललितपुर जनपद से बड़ी संख्या में श्रद्धालु महामस्तकाभिषेक में प्रतिदिन शामिल हो रहे हैं।
कुण्डलपुर महामहोत्सव में कोई न कोई आयोजन निरन्तर जारी है। इसी क्रम में 26 व 27 फरवरी को अखिलभारतवर्षीय दिगम्बर जैन विद्वत सम्मेलन पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के विशाल संसघ सान्निध्य में आयोजित होने जा रहा है जिसमें देशभर के जैन मनीषी कुंडलपुर पहुँच रहे हैं। विद्वत सत्कार समिति कुंडलपुर के डॉ. प्रदीप जैन व डॉ. आशीष शिक्षाचार्य ने बताया कि उक्त विद्वत सम्मेलन में ललितपुर जनपद से 20 जैन मनीषी विद्वानों की उक्त सम्मेलन में पहुँचने की सूचना समिति को प्राप्त हुई है। आचार्यश्री के सान्निध्य में विद्वानों के विशेष सत्र आयोजित होंगे जिसमें आचार्यश्री का मार्गदर्शन भी प्राप्त होगा तथा सभी विद्वानों को बड़े बाबा के महमस्तकाभिषेक का भी सौभाग्य प्राप्त होगा।इनका कहना है…
विद्वानों को जहां पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का सान्निध्य और मार्गदर्शन प्राप्त होगा वहीं बड़े बाबा का महमस्तकाभिषेक करने का सुअवसर प्राप्त हो रहा है। निश्चित ही यह ऐतिहासिक क्षण होंगे। मैं भी इस आयोजन में सम्मिलित होकर सुखद अनुभूति कर रहा हूँ। सभी विद्वान कुंडलपुर के नव निर्मित विशालमंदिर से भी रूबरू होंगे।-ब्रह्मचारी जयकुमार निशांत,प्रतिष्ठाचार्य
महामंत्री-अखिलभारतवर्षीय दिगम्बर जैन शास्त्रि परिषद(रजि.) एवं निर्देशक प्रागैतिहासिक तीर्थक्षेत्र नवागढ़
– आचार्यश्री के विशाल संघ सान्निध्य एवं विशाल जन समुदाय की उपस्थिति में कुण्डलपुर में मनीषियों का महाकुंभ भी अपने आप में देखने योग्य होगा। निश्चित ही अपने आप में यह बहुमूल्य क्षण होंगे। विभिन्न विषयों पर आचार्यश्री का मार्गदर्शन भी महत्वपूर्ण होगा। कुंडलपुर का दिव्य -भव्य मंदिर भी विद्वानों के लिए आकर्षण का केन्द्र है।
-डॉ. सुनील जैन संचय, ललितपुर
कार्यकारिणी सदस्य- अखिल भारतवर्षीय दिगम्बर जैन शास्त्रि परिषद एवं अखिलभारतवर्षीय दिगम्बर जैन विद्वत परिषद (रजि.)