मुरैना। अखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन शास्त्री परिषद का विद्वत् शिक्षण -प्रशिक्षण शिक्षण शिविर पूज्य गणनी आर्यिका स्वस्तिभूषण माताजी के ससंघ सानिध्य में ज्ञान तीर्थ मुरैना में आचार्य श्री ज्ञान सागर महाराज जी के आशीर्वाद के साथ विधिवत रूप से चल रहा है।
अखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन शास्त्री परिषद के शिक्षण प्रशिक्षण शिविर में द्वितीय दिवस प्रथम सत्र का मंगलाचरण पंडित सचिन शास्त्री टीकमगढ़ ने किया। प्रथम प्रातः सत्र में ज्योतिष की कक्षा में पंडित गजेंद्र कुमार ज्योतिषाचार्य द्वारा मुहर्त के विषय में शुभ और अशुभ आदि का विशद विवेचन किया गया।
इस मौके पर बृहत् स्वयंभू स्तोत्र पुस्तक का विमोचन किया गया।पूज्य माता जी ने प्रवचन में कहा ज्योतिष का बहुत प्रभाव है वह प्रकाश की तरह चराचर जगत को प्रकाशित करता है।
दोपहर कालीन सत्र में मंगलाचरण पंडित चंद्र प्रकाश जी चंद्र ग्वालियर ने किया । न्याय सत्र का शिक्षण कार्य पंडित मयंक शास्त्री टीकमगढ़ द्वारा किया गया जिसमें आचार्य माणिक्य नंदी कृत परीक्षामुख ग्रंथ के बारे में जानकारी दी।
अंत में ब्र. अनिता दीदी ने न्याय की विशेषता बताकर सभी को जैन न्याय की उपयोगिता से परिचित कराया।
रात्रिकालीन कक्षा परिषद के महामंत्री आदरणीय ब्रह्मचारी जय निशांत भैया द्वारा दस लक्षण प्रवचन की पूर्व भूमिका पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया गया । उत्तम क्षमा मार्दव धर्म पर विशेष व्याख्यान एवं चर्चा की गई।
शिविर कुलपति ब्रह्मचारी जय कुमार निशांत महामंत्री परिषद , कमल हाथीशाह व पंडित जयंत सीकर का योगदान रहा। यह शिक्षण प्रशिक्षण शिविर 30 दिसंबर तक अनवरत संचालित किया जाएगा। उक्त जानकारी प्रचारमंत्री डॉ सुनील संचय ललितपुर ने दी।