विवादित पुस्तकों को जलाकर नष्ट करेगें👉 हसमुख जैन गांधी

इंदौर /अलंकार प्रकाशन इंदौर द्वारा प्रकाशित गाइड अध्ययन माला में प्रकाशित एक विवादित अंश जिसने जैन समाज की भावनाओं को आहत किया है। उस पुस्तक को पूरे देश प्रदेश से बुलाने के बाद जलाकर नष्ट करने की बात भारतवर्षीय दिगंबर जैन महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष समाजसेवी श्री हसमुख जैन गांधी ने कही है।
श्री हसमुख जैन गांधी ने मुझे (राजेंद्र जैन महावीर सनावद) को बताया की दिनांक 2 जुलाई 2020 को उन्हें महासभा के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष श्री जमुनालाल जी हपावत ने अलंकार प्रकाशन द्वारा प्रकाशित बीएड चतुर्थ सेमेस्टर पुस्तक की फोटो एवं उसमें पेज क्रमांक 89पर दिगंबर जैन समाज के साधुओं पर टिप्पणी की बात संज्ञान में लाई तुरंत इस बात को गंभीरता से लेते हुए हसमुख गांधी ने अलंकार प्रकाशन के संजय अग्रवाल से संपर्क किया । साथ ही महासभा के मुनि त्यागी समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री प्रदीप बड़जात्या जी ने भी संपर्क किया । प्रकाशक संजय अग्रवाल ने अपनी भारी भूल को स्वीकार करते हुए खेद प्रकट किया लिखित में माफीनामा दिया व कहा कि वह सारे दुकानदारों को फोन कर रहा है पुस्तके आते ही उन्हें समाप्त किया जाएगा साथ ही अगले किसी भी अंक में इस तरीके की विवादित टिप्पणी प्रकाशित नहीं की जाएगी उनके इस प्रकाशन से जैन समाज की भावनाएं आहत होने के लिए उन्होंने लिखित में माफी मांगी व कहा कि वे जैन साधुओं के त्याग तपस्या का सम्मान करते हैं । उल्लेखनीय है 2 जुलाई20 को यह प्रकरण सामने आया और महासभा ने इसे संज्ञान में लिया ।श्री हसमुख गांधी और श्री प्रदीप बडजात्या ने इसे प्राथमिकता देते हुए प्रकाशक से माफीनामा लिखवा लिया एक दिन में सोशल मीडिया के माध्यम से सारी बातें स्पष्ट हो गई
है ।श्री गांधी ने बताया कि उनके पास तात्कालिक रूप से यही एक साधन था कि वह प्रकाशक से तुरंत माफी मंगवाए व जैन समाज की जो भावनाएं आहत हुई हैं उससे मुक्ति दिलाए इस हेतु उन्होंने तुरंत यह कार्य किया है।
इस तरीके की घटना जैन समाज के लिए चिंतनीय है इस तरीके का कृत्य भविष्य मे ना हो इस हेतु विशेष कार्ययोजना बनाए जाने की आवश्यकता है ।
अलंकार प्रकाशन के खिलाफ व जिसने इस तरीके का कार्य किया है उनके खिलाफ आवश्यक रूप से कार्यवाही करना धर्म हित के लिए अति आवश्यक है।
युवा एडवोकेट्स ने दिया नोटिस
जानकारी के अनुसार समाज के हाइकोर्ट एडवोकेट श्री सौरभ आर के जैन, श्री शशांक कुमार जैन ,विवेक अरिहंतशरण जैन ,श्री रोहित जैन इंदौर ने अलंकार प्रकाशन व लेखक प्रोफेसर एम पी कोठारी इंदौर को 2 जुलाई 20 को नोटिस जारी कर जबाब मांगा है ।
राजेन्द्र जैन महावीर
217 सोलंकी कॉलोनी
सनावद 451111
जिला खरगोन मध्यप्रदेश ।
संलग्न —
अलंकार प्रकाशन द्वारा लिखित माफीनामा ।
युवा एडवोकेट्स द्वारा जारी नोटिस की फ़ोटो प्रति ।