धर्म-कर्म
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‘सिरि भूवलय’ से निःसृत मंगलाचरण
9वीं- 10वीं शताब्दी में लिखे गये अंकमय महायंत्र ‘सिरि भूवलय’ के एक से ग्यारहवें अध्याय के तक के कन्नड श्लोकों के 30वें 30वें अक्षरों ... -
पंचकल्याणक के दौरान, तप कल्याणक के दिन हुई दस दिगम्बर जैनेश्वरी मुनि दीक्षाएं
ललितपुर।28 नवम्बर!! दयोदय गौशाला मसौरा ललितपुर परिसर में संत शिरोमणि राष्ट्र संत आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज ससंघ के सान्निध्य में चल रहे श्री ... -
प्रतिष्ठित अंकलीकर पुरस्कार 2018 गुजरात के माननीय मुख्यमंत्री द्वारा समर्पित
गाँधीनगर( गुजरात 11NOV) प.पू. तपस्वीसम्राट् आचार्यश्री सन्मतिसागरजी महाराज के आशीर्वाद एवं चतुर्थ पट्टाधीश आचार्यश्री सुनीलसागर जी की प्रेरणा से स्थापित आचार्य आदिसागर (अंकलीकर) अंतर्राष्ट्रीय ... -
17 नवंबर 18 को पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर जबरी बाग नसियाजी में रविवार को विश्व शांति महायज्ञ।
इंदौर-: 17Nov!! पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर जबरी भाग में दिनांक 10 नवंबर से सिद्ध चक्र महामंडल विधान का आयोजन परम पूज्य आर्यिका 105 श्री ... -
पीएम मोदी के परिवार को मिला आचार्य श्री सुनीलसागर जी महाराज का आशीर्वाद
🕉माननीय प्रधानमंत्री श्री मोदी जी की माता जी श्रीमती हीराबेन को मिला वर्तमान के युवामहाऋषी श्री सुनिलसागर जी गुरूराज का शुभाशीष➡⬇* *🕉वर्तमान में अहिंसा ... -
प्रागैतिहासिक क्षेत्र नवागढ़ में श्रद्धा के साथ चढ़ाया गया निर्वाण लाडू और मानव सेवा हेतु हुआ निःशुल्क औषधालय का उदघाटन
ललितपुर। महरौनी विकासखंड में सोजना के पास स्थित प्रागैतिहासिक श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र नवागढ़ में भगवान महावीर स्वामी का निर्वाणोत्सव विविध धार्मिक आयोजनों ... -
राष्ट्रीय एकता संतसमागम में पहुँचे उपाध्याय श्री गुप्तिसागर जी महाराज
नई दिल्ली -: 4 नवम्बर!! अखिल भारतीय संत समिति के 6 बार निमंत्रण के बाद दिगम्बर जैनमुनि उपाध्याय श्री गुप्ति सागर जी महाराज 4000 ... -
विद्या-वसु श्रावकाचार अनुशीलन राष्ट्रीय युवा विद्वत संगोष्ठी संपन्न
विद्या-वसु श्रावकाचार अनुशीलन राष्ट्रीय युवा विद्वत संगोष्ठी संपन्न साधु और समाज के बीच की कड़ी हैं विद्वान : आचार्य श्री वसुनंदी मुनिराज अजमेर। ‘विद्या-वसु ... -
सफलता पाना है तो युवा, स्वाध्याय करें। :- आर्यिका अनुनयमती माताजी
इंदौर :- सफलता पाने के लिए स्वयं का अध्ययन एवं ग्रंथों का अध्ययन दोनों ही जरूरी है ग्रंथों के अध्ययन से हम आचार्य भगवंत ... -
24 तीर्थंकर भगवानों के वैराग्य प्रसंग
स्वयं पढ़े और दूसरों को भी पढ़वाए २४ तीर्थंकर भगवानों के वैराग्य प्रसंग १) श्री ऋषभनाथ जी – नीलांजना की मृत्यु। २) श्री अजितनाथ ...