धर्म-कर्म
-
जैन समुदाय के लोग प्रायश्चित तौर पर अपने गुरू-प्रभु के समक्ष ऐसे करते हैं निज आलोचना
🙏बंदों पाँचों परम-गुरु, चौबीसों जिनराज। करूँ शुद्ध आलोचना, शुद्धिकरन के काज ॥ 👉सुनिये, जिन अरज हमारी, हम दोष किए अति भारी। तिनकी अब निवृत्ति ... -
सिद्धिविनायक श्री गणेश पूजन मुहुर्त योग एवं मूर्ति का कैसे करें निर्माण
टोंक । भाद्रपद शुक्ला चतुर्थी शनिवार दिनांक 22 अगस्त को चतुर्थी तिथि मध्यान्ह व्यापिनी रात्रि 7.57 बजे तक है । अतः इसी दिन सिद्धि ... -
आत्म-शुद्धि नहीं मन-शुद्धि का पर्व है पर्युषण,आत्मा तो सदा से शुद्ध स्वरूपा है-डा.निर्मल जैन(से.नि.जज)
आत्म-शुद्धि नहीं मन-शुद्धि का पर्व है पर्युषण, आत्मा तो सदा से शुद्ध स्वरूपा है 🙏 क्षमा से प्रारंभ होकर🙏 क्षमा पर ही समापन होने ... -
सिरि भूवलय में आचार्य कुन्दकुन्द कृत समयसार
–डॉ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज‘, इन्दौर ६८२६०६१२४७ सिरिभूवलय अपने आप में अनूठा और आश्चर्य चकित करदेने वाला अंकात्मक अद्भुत ग्रन्थ है। यह के अंकों ही अंकों में ... -
श्रवणबेलगोला गोम्मटेश के दर्शन 24 जून से प्रारंभ
श्रवणबेलगोला। श्री क्षेत्र श्रवणबेलगोला श्री विंध्यगिरि, श्री चंद्रगिरि और अन्य जिनालय दिनांक 24 जून से सभी तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए समान रूप से ... -
आषाढ़ माह की नवरात्रि 22 जून 2020 से आरम्भ👉प्रेषक-बाबूलाल शास्त्री “टोक” राज.
🌷 गुप्त नवरात्रा 🌷 🙏🏻 *आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि 22 जून 2020 सोमवार से शुरू हो रहे हैं, जो 29 जून सोमवार तक ... -
अद्भुत चर्या के धनी हैं सनातन संतमणि बाबा सियाराम जी
पाखंडी तो मुट्ठीभर है पर सनातन धर्म को जिंदा रखने वाले लाखों सन्त है भारत मे उन्ही मे से एक है #सियाराम #बाबा है ... -
*जरूरत है पुनः क्रियोद्धार की*👉जे. के संघवी
जिस प्रकार जीर्ण मंदिर का उद्धार होने पर जीर्णोद्धार कहा जाता है, उसी प्रकार क्रिया- आचरण की शिथिलता को दूर करना *क्रियोद्धार* कहा जाता ... -
सिरि भूवलय में प्राकृत गाथासूत्र
सिरि भूवलय में प्राकृत गाथासूत्र ೫. ಇಯ ಣಾಯಂ ಅವಹಾರಿಯ ಪರಂಪರಾಗದಂ ಮಣಸಾ| ಪುಲ್ವಾಇರಿಯಾ ಆರಾಣುಸರಣಂ ತಿರಯಣಣಿಮಿತ್ತಂll೫|| 5. इयणायं अवहारिय परंपरागदंमणसा। पुव्वाइरिया आराणुसरणं तिरयणणिमित्तं॥5॥ इस ... -
👉कैसे बंधते हैं अंतराय कर्म👉जानिए*अंतराय कर्म का स्वरूप*
*अंतराय कर्म*:- अंतराय यानि बाधा, रुकावट अर्थात् जो कर्म जीव की दान,लाभ, भोग-उपभोग यह पांच आत्मशक्ति गुण को पूर्णत: प्रकट नहीं होने देते। प्रकट ...