Paras Punj

Main Menu

  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • ज्योतिष
  • हेल्थ
  • धर्म-कर्म
  • लेख-विचार
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा

logo

Paras Punj

  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • ज्योतिष
  • हेल्थ
  • धर्म-कर्म
  • लेख-विचार
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा
धर्म-कर्म
Home›धर्म-कर्म›क्षमा,अहिंसा की अंगूठी में मानवता का मोती है-डॉ. निर्मल जैन (जज)

क्षमा,अहिंसा की अंगूठी में मानवता का मोती है-डॉ. निर्मल जैन (जज)

By पी.एम. जैन
September 9, 2022
901
0
Share:

तत्समय भारत के उप प्रधानमंत्री और गृहमंत्री सरदार पटेल के चेहरे पर दंगों के दौरान एक व्यक्ति ने थूक दिया।  सरदार पटेल ने अंगोछे से हाथ साफ कर के बोला कि –चलो किसी ने तो गुस्सा थूका।  जिसने सहना सीख लिया उसने रहना सीख लिया। दो व्यक्तियों में चाहे वह पति-पत्नी हों, भाई-बहन हो, माता-पिता हों अथवा मित्र और पड़ोसी हों किसी एक को तो सहनशील होना ही पड़ेगा। जो समर्थ है शक्तिशाली है वही सहन और क्षमा कर सकता है। 

लम्बे समय तक प्रतिशोध, जलन, क्रोध, आत्मग्लानि, क्लेश, धोखा, ईर्ष्या इत्यादि के विचार रखने से तन और मन रुग्ण हो जाते हैं जिसके लिए क्षमा से अच्छी कोई दवा नहीं है। क्रोध को त्याग कर अपने स्वरूप में स्थिर होना ही क्षमा है। बड़े-बड़े नगरों में बाएं चलने का नियम, लाल बत्ती पर ठहरने का संकेत -ये सब एक- दूसरे को क्षमा करते चलने वाली प्रक्रियाएं हैं। ये आपकी आजादी को पलभर को बाधित तो करते हैं पर वही क्षमा आपको और दूसरों को दुर्घटनाओं से बचाती है। क्षमा की भावना हमें मानसिक रूप से संतुलित करती है। क्षमा मांगना और क्षमा करना दोनों महान गुण है जो मनुष्य के मन को हल्का कर उसे सुखी बनाते हैं। क्षमा मांगना और क्षमा करना दोनों महान गुण है जो मनुष्य के मन को हल्का कर उसे सुखी बनाते हैं। क्षमा, नफरत का निदान है। क्षमा, पवित्रता का प्रवाह है। क्षमा, नैतिकता का निर्वाह है। क्षमा, सद्गुण का संवाद है। क्षमा, अहिंसा का अनुवाद है। क्षमा, दिलेरी के दीपक में दया की ज्योति है। क्षमा, अहिंसा की अंगूठी में मानवता का मोती है।

          क्षमा मांग कर जहां हम स्वयं का बोझ उतारते हैं, वहीं किसी को क्षमा करके दोनों का मन निर्मल करते हैं। सामान्यतः किसी अप्रिय और अनचाही घटना पर क्रोध न करना क्षमा है। क्षमा धारण करने से ही संहार और प्रतिरक्षा में नष्ट होने वाली शक्ति का उपयोग गरीबी और बेरोजगारी की जटिल समस्या के निस्तारण में किया जा सकता है। क्षमा से अहिंसा का विकास होता है। क्षमा ही सच्चे समाजवाद की आधारशिला है।

       क्षमावाणी पर्व हमें सहनशीलता से रहने की प्रेरणा देता है। क्रोध को उत्पन्न न होने देना और अगर हो भी जाए तो अपने विवेक से, नम्रता से उसे विफल कर देना। जाने-अनजाने में हुई गलतियों के लिये स्वयं को क्षमा करना और दूसरों के प्रति भी इसी भाव को रखना क्षमावाणी पर्व का महत्व है। जो पहले क्षमा मांगता है वह सबसे बहादुर हैं और जो सबसे पहले क्षमा करता है वह सबसे शक्तिशाली हैं। माफ़ी मांगने से कभी यह साबित नही होता कि हम गलत और वो सही हैं, माफ़ी का असली मतलब है कि हम में रिश्ते निभाने की काबलियत किसी अन्य की अपेक्षा ज्यादा हैं।

        जब आप माफ़ करते हैं तब आप भूत को नहीं बदलते हैं,लेकिन आप निश्चित रूप सेभविष्य को बदल देते हैं. क्षमा दंड से बड़ी है। दंड देता है मानव, किंतु क्षमा प्राप्त होती है देवता से। दंड में उल्लास है पर शांति नहीं और क्षमा में शांति भी है और आनंद भी। मानवता कभी इतनी सुन्दर नहीं होती जितना की जब वो क्षमा के लिए प्रार्थना करती है, या जब किसी को क्षमा करती है. बदला लेने के विचार से किसी दुश्मन को कष्ट पहुंचाते है तो सुकून कुछ दिन तक रहेगा। लेकिन अगर आप उसे माफ़ कर देते हैतो जिंदगी भर सुकून मिलेगा।‘एक आंख के लिए एक आंख‘ लेने वाले न्याय से तो एक दिन पूरी दुनिया अंधी हो जाएगी। यही महावीर की जीव, दया और करुणा का सार है।

जज (से.नि.) डॉ. निर्मल जैन


Previous Article

लोभ का अभाव शौच धर्म है-डॉ.महेन्द्रकुमार जैन ...

Next Article

जिसके दिल में क्षमा, वह सबके दिल ...

0
Shares
  • 0
  • +
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

Related articles More from author

  • धर्म-कर्म

    शारदीय नवरात्रि अष्टमी-नवमी पुजन विजय दशमी योग-संकलन👉बाबूलाल शास्त्री टोक (राज.)

    October 24, 2020
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    आरती के बाद क्यों बोलते हैं 👉कर्पूरगौरं मंत्र

    August 3, 2019
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    लोहड़ी का त्यौहार और खुशनुमा मौसम

    January 14, 2019
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    नौका विहार के समय किया त्याग चमत्कार नहीं बल्कि सच्चे संतों की पहचान है -पी.एम.जैन

    December 5, 2018
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    सिरि भूवलय में आचार्य कुन्दकुन्द कृत समयसार

    July 11, 2020
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    पौराणिक जैन कथानक पर आधारित नाटक “शील सुंदरी मनोरमा” का मंचन किया।

    September 16, 2019
    By पी.एम. जैन

  • हेल्थ

    👉पुराने समय की कहावत जो करती है रोगों की रोकथाम👉जैनाचार्य श्री ज्ञानभूषण जी मुनिराज

  • प्रवचन

    🌺बारह भावना🌺 नं.2 *अशरण भावना*👉जे के संघवी

  • धर्म-कर्म

    चारित्र चक्रवर्ती आचार्य शांतिसागरजी पर बृहद् राष्ट्रीय विद्वत् गोष्ठी यरनाल में सम्पन्न

ताजा खबरे

  • वर्तमान की सभी विकृतियों का समाधान,केवल महावीर*डा निर्मल जैन*जज*
  • जैन समाज में दुःखद खबर
  • जैन विद्या के विविध आयाम युवा विद्वत्संगोष्ठी एवं विद्वत् सम्मेलन सफलता पूर्वक सम्पन्न 51 विद्वान हुए सम्मिलित
  • श्री महावीर जी संग्रहालय की दुर्लभ जिन प्रतिमाऍ
  • देव शास्त्र गुरु अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सम्पन्न
  • भौतिकवादी संसार में शांत, सुखी जीवन का मार्ग*दशलक्षणपर्व* -डॉ निर्मल जैन (से.नि.) न्यायाधीश नई दिल्ली
  • जैन पर्व अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सफलतापूर्वक संपन्न
  • *महिला जैन मिलन पारस द्वारा आयोजित तीज कार्यक्रम में रजनी जैन वाइफ ऑफ राहुल जैन बनी तीज क्वीन*
  • भीतर से खोखले ही होते हैं-डॉ.निर्मल जैन (से.नि.न्यायाधीश)
  • गोमेद व अम्बिका यक्ष-यक्षी की स्वतंत्र युगल प्रतिमाएँ

Find us on Facebook

विज्ञापन

मेन्यू

  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • ज्योतिष
  • हेल्थ
  • धर्म-कर्म
  • लेख-विचार
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा

ताजा खबरे

  • वर्तमान की सभी विकृतियों का समाधान,केवल महावीर*डा निर्मल जैन*जज*
  • जैन समाज में दुःखद खबर
  • जैन विद्या के विविध आयाम युवा विद्वत्संगोष्ठी एवं विद्वत् सम्मेलन सफलता पूर्वक सम्पन्न 51 विद्वान हुए सम्मिलित
  • श्री महावीर जी संग्रहालय की दुर्लभ जिन प्रतिमाऍ
  • देव शास्त्र गुरु अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सम्पन्न
  • भौतिकवादी संसार में शांत, सुखी जीवन का मार्ग*दशलक्षणपर्व* -डॉ निर्मल जैन (से.नि.) न्यायाधीश नई दिल्ली
  • जैन पर्व अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सफलतापूर्वक संपन्न
  • *महिला जैन मिलन पारस द्वारा आयोजित तीज कार्यक्रम में रजनी जैन वाइफ ऑफ राहुल जैन बनी तीज क्वीन*
  • Home
  • Contact Us