जैन पत्रकार महासंघ का तृतीय राष्ट्रीय अधिवेशन उत्साह से हुआ संपन्न

प्रथम दिन अभिषेक पूजन के बाद सभी जैन पत्रकार-संपादकों ने आचार्य श्री प्रज्ञा सागर जी महाराज से सिद्धवरकूट की यात्रा के लिए मंगल आशीर्वाद लिया। सभी पत्रकारों ने अपना संक्षिप्त परिचय दिया।
इस दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए तपोभूमि प्रणेता परम पूज्य आचार्य श्री प्रज्ञासागर जी महाराज ने कहा कि पत्रकार लेखनी के पुजारी होते हैं। पत्रकार की कलम लोगों के कदम बढ़ाने का काम करती है। पत्र और पत्रकार समाज को उज्जवल बनाते हैं, लेखनी में वह दम है कि मुर्दा में भी जान फूंक दी जाती है। स्वतंत्रता की लड़ाई भी अखबार के माध्यम से ही जीती ,गई थी। पत्रकारों का दायित्व है कि समाज के गिरते हुए संस्कार ,बिगड़ती हुई मानसिकता, मंदिर से दूर होती युवा पीढ़ी को फिर से झंकृत करना है, यह पत्रकारों का दायित्व है । पत्रकार समाज में नई जान फूंक सकते हैं। आज वर्तमान संदर्भ में पत्रकारों का समाज देश और धर्म के प्रति दायित्व और अधिक बढ़ गया है। प्रत्येक पत्रकार को अपने कर्तव्यों का निर्वाहन करना चाहिए ।
प्राचीन मूर्तिकला से रूबरू हुए पत्रकार महासंघ के सदस्य :11 बजे दिगम्बर जैन पुरातत्व संग्रहालय जयसिंहपुरा, उज्जैन का सभी पत्रकारों ने गहन अवलोकन किया । इस संग्रहालय को देखकर पत्रकारों ने कहा कि यह संग्रहालय मध्यप्रदेश में जैन मूर्ति निर्माण परंपरा व क्षेत्र में जैनधर्म के व्यापक प्रचार प्रसार व प्रभावना की गाथा कहता है। संग्रहालय की निर्माण व्यवस्था, साज सज्जा व केटलॉग बहुत ही व्यवस्थित हैं। इस दौरान पत्रकारों लाइटिंग शो भी दिखाया गया। पत्रकारों ने विभिन्न शैलियों की अति प्राचीन मूर्तियों को देखकर कहा कि यह ऐतिहासिक धरोहर हैं जो हमारी संस्कृति की प्राचीनता के स्पष्ट प्रमाण हैं। संग्रहालय में संग्रहित लगभग 560 प्राचीन मूर्तियों, अवशेषों से पत्रकार रूबरू हुए।
पत्रकारों के पहुँचने पर दिगम्बर जैन मालवा प्रान्तिक सभा व संग्रहालय समिति के टी के वैद, प्रदीप झांझरी,देवेंद्र जैन, ललित बड़जात्या, सिद्ध प्रकाश जैन, जम्बू धवल, तेज कुमार शाह,जितेंद्र शाह, अशोक जैन ने तिलक, माला व संग्रहालय की पुस्तक भेंटकर सम्मानित किया।

प्राचीनता की छेड़छाड़ के बिना सिद्धवरकूट का विकास , पत्रकारों ने की प्रसंशा :
इसके बाद सभी पत्रकार बस के द्वारा सिद्धक्षेत्र सिद्धवरकूट के दर्शन -अवलोकन के लिए गए। जहाँ पर अध्यक्ष अमित कासलीवाल, महामंत्री विजय काला आदि ने सभी का स्वागत किया।
सभी पत्रकार यहाँ उज्जैन से रिजर्व बस द्वारा पहुँचे। क्षेत्र के उपस्थित पदाधिकारियों ने पत्रकारों को क्षेत्र की प्राचीनता एवं विकास के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया की क्षेत्र की प्राचीनता को बनाए रखते हुए क्षेत्र का विकास किया गया है, जिसका पत्रकारों ने स्वयं अवलोकन भी किया, पत्रकारों ने क्षेत्र कमेटी की इस अनुकरणीय पहल का स्वागत करते हुए प्रसंशा की। सभी ने मूलनायक संभव नाथ भगवान की सामूहिक आरती की इसके बाद सम्पूर्ण क्षेत्र के दर्शन और अवलोकन किया।
पश्चात एक सभा का आयोजन किया गया जिसमें क्षेत्र की जानकारी दी गयी। इस दौरान सभी पत्रकार-संपादकों की सम्मानित किया गया। संचालन राजेन्द्र महावीर ने किया। सिद्धवरकूट अत्यधिक प्राचीन पौराणिक तीर्थ है। ग्रंथों में उल्लेखित है कि यहाँ से दो चक्रीय और दस काम कुमार सहित साढ़े तीन करोड़ मुनिराजों ने तपश्चरण के बाद मोक्ष पद प्राप्त किया। इसका वर्णन निर्वाण काण्ड में भी किया गया है।

रविवार को प्रातः द्वितीय सत्र का शुभारंभ तपोभूमि उज्जैन में आचार्य श्री प्रज्ञासागर जी के सान्निध्य में ऊषा पाटनी के मंगलाचरण से हुआ। अतिथियों, पत्रकार संघ के पदाधिकारियों ने दीप प्रज्वलित किया। अध्यक्षता जैन गणितज्ञ एवं अर्हत वचन के संपादक डॉ अनुपम जैन इंदौर ने की। मुख्यातिथि कमलेश कासलीवाल रहे। विशेष अतिथि अशोक जैन संस्थापक अध्यक्ष तपोभूमि उज्जैन एवं सुनील जैन रहे। इस अवसर पर मुख्य वक्ता पंकज मुकाती ने डिजिटल संसाधनों का पत्रकारिता में उपयोग विषय पर विशेष व्यख्यान दिया जिसमें उन्होंने कहा कि ज्ञान बटोरिए पर उसे पहले टटोल लीजिए। सोशल मीडिया के भरोसे पत्रकारिता न करें। उन्होंने कहा सबसे बड़े पत्रकार राजा श्रेणिक थे, उन्होंने 60 हजार प्रश्न किए थे। पंकज मुकाती ने पत्रकारों के अनेक सवालों का जबाब भी दिया।
संचालन संयोजक डॉ सुनील संचय ललितपुर व डॉ प्रगति जैन इंदौर ने किया। प्रारंभ में स्वागत भाषण पत्रकार महासंघ के महामंत्री उदय भान जैन जयपुर ने किया। धन्यवाद आयोजन के समन्वयक हँसमुख गांधी इंदौर ने किया।
दोपहर के समापन सत्र की अध्यक्षता प्रदीप जैन रायपुर सदस्य प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया ने की। मुख्य अतिथि पारस चेनल के चेयरमैन प्रकाश मोदी रायपुर रहे।
तीन पुरस्कार समर्पित :
इस मौके पर जैनाचार की संपादिका ममता-अनिल गांधी मुम्बई को हँसमुख उर्मिला गांधी के सौजन्य से जैन पत्रकारिता पुरस्कार, साप्ताहिक जैन गजट लखनऊ को समाचार जगत के संपादक रहे स्वर्गीय राजेन्द्र गोधा जयपुर की स्मृति में जैन पत्रकारिता पुरस्कार व डॉ सूरजमल जैन बोबरा इंदौर को स्वर्गीय पूरनलाल जैन सनावद की स्मृति में जैन साहित्य पत्रकारिता पुरस्कार से समारोह पूर्वक अलंकृत किया गया। जिसमें प्रशस्ति पत्र, श्रीफल, साहित्य, माला, पुरस्कार राशि का चेक देकर सम्मानित किया गया।
संचालन संयोजक राजेन्द्र महावीर सनावद ने किया। स्वागत भाषण महासंघ के अध्यक्ष रमेश तिजारिया अजमेर ने किया।

इसके पूर्व आज प्रातः सभी पत्रकारों, संपादकों ने अभिषेक पूजन किया इसके बाद जैन पत्रकार महासंघ की साधारण सभा की बैठक आयोजन किया गया।
सांध्य महालक्ष्मी दिल्ली के संपादक शरद जैन दिल्ली ने अपने बेबाक वक्तव्य के साथ ज्वलन्त मुद्दों पर बात की।
इस अवसर पर देश के विभिन्न स्थानों से आए जैन संपादकों, पत्रकारों ने अपना -अपना परिचय दिया। इस अवसर पर अध्यक्ष रमेश जी तिजारिया जयपुर, महामंत्री उदय भान जी जैन जयपुर, परामर्शक डॉ अनुपम जैन इंदौर, समन्वयक हँसमुख गांधी इंदौर, उपाध्यक्ष राजेंद्र महावीर सनावद, संयुक्त महामंत्री अकलेश जैन अजमेर, डॉ. सुनील संचय ललितपुर, दिलीप जैन जयपुर कोषाध्यक्ष, डॉ प्रगति जैन इन्दौर मंत्री, राकेश जैन चपलमन कोटा, मनीष विद्यार्थी शाहगढ़ संगठन मंत्री, महेंद्र बैराठी प्रचार मंत्री, संजय बड़जात्या सांस्कृतिक मंत्री, सविता दीदी, सुधेश जैन लखनऊ, प्रकाश जैन शाहगढ़, आरके जैन कोटा, अनन्त सराफ ललितपुर ,अनिल शास्त्री सागर, राजाबाबू गोधा, शरद जैन दिल्ली,शशांक सिंघई बड़ामलहरा, उषा पाटनी इन्दौर, अभिषेक लोहारिया रामगंज मंडी ,राजेश जैन बीना ,आदेश सेठ गढ़ाकोटा ,ममता जैन मुंबई , प्रवीण जैन दिल्ली, राकेश सोनी इंदौर, दीपक कुनकरे , सुशीला सालगिया इंदौर, अमित डूंगरपुर ,
चम्पालाल जैन सूरत, कशिश डूंगरपुर, प्रकाश पाटनी भीलवाड़ा, सुरेश श्रीपाल उपाध्ये पेड बडगाव महाराष्ट्र, मोतीलाल पेड बडगाव महाराष्ट्र, रेखा पतंज्ञा इंदौर, आशीष रमेश कोनार खरगोन, सुरेंद्र प्रकाश जयपुर, सुरेश कोटा, रवि कुमार नैनवा, महावीर सरावगी नैनवा, नितिन माणक वैद्य, महेंद्र जैन, अनिल गाँधी मुंबई, कमल कटारिया इंदौर, मनोज सोनी निम्बाहेड़ा, सचिन कासलीवाल इंदौर, सुनील जैन उज्जैन, राजेश पंचौलिया इंदौर,जिनेन्द्र मोदी आदि आठ राज्यों के जैन पत्रकार-संपादक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम केसमिति के पंकज जैन उज्जैन, अश्विन कासलीवाल, रितेश पतंगया , सचिन आदि ने सभी का स्वागत किया।
पत्रकारिता बहुत बड़ा धर्म है : आचार्य श्री प्रज्ञासागर
तपोभूमि उज्जैन में जैन पत्रकार महासंघ रजिस्टर्ड के दो दिवसीय राष्ट्रीय पत्रकार सम्मेलन के द्वितीय दिन रविवार पत्रकारों को संबोधित करते हुए तपोभूमि प्रणेता परम पूज्य आचार्य श्री प्रज्ञासागर जी महाराज ने कहा कि पत्रकार के हाथ की कलम बडी कीमती है, कलम में बहुत बड़ी ताकत है। पत्रकारिता बहुत बड़ा धर्म है। पत्रकारों का यह अधिवेशन आचरण का अधिवेशन है। आपकी लेखनी ऐसा कार्य करे कि उससे नई दिशा समाज को मिले। हम जो भी लिखें उससे हमें सुख मिले, कचरा न बनाएं।
इस मौके पर राजा श्रेयांस के नाम से तपोभूमि उज्जैन द्वारा पत्रकार महासंघ के तत्वावधान में प्रतिवर्ष पुरस्कार देने की घोषणा की गई। पहला पुरस्कार प्रदीप जैन रायपुर को दिया जाएगा।
साधारण सभा की बैठक में रमेश तिजारिया को सर्व सम्मति से पुनः अध्यक्ष बनाने की घोषणा की गई।
उक्त जानकारी महामंत्री उदयभान जैन जयपुर, संयोजक द्वय राजेन्द्र महावीर सनावद-डॉ. सुनील संचय ललितपुर ने प्रदान की।
-डॉ. सुनील जैन संचय*संयोजक*
