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Home›धर्म-कर्म›भजनपुरा क्षेत्र में नई पहल के साथ निकली , जिनेन्द्र प्रभु की भव्य वार्षिक रथयात्रा

भजनपुरा क्षेत्र में नई पहल के साथ निकली , जिनेन्द्र प्रभु की भव्य वार्षिक रथयात्रा

By पी.एम. जैन
October 7, 2018
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नई दिल्ली -: 7 अक्टूबर !! श्री दिगम्बर जैन परम्परा के पर्वराज पर्युषण पर्व अर्थात दशलक्षण धर्म के उपराँत श्री 1008 पाशर्वनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर सी-ब्लॉक भजनपुरा दिल्ली -53 के तत्वाधान में भव्य वार्षिक रथयात्रा के दौरान दिल्ली प्रदेश से एक नई पहल की शुरुआत की गई है,  इस नई पहल के अंतर्गत भगवान श्री जिनेन्द्र प्रभु के भव्य रथ में बैलों के स्थान पर इन्द्ररूपी जैनधर्म के अनुयायी स्वयं इच्छा से क्रमाँकगत लगे और जिनेन्द्र प्रभु के भव्य रथ को गति देते हुए पुण्य के भागीदार बने हैं| वार्षिक महामहोत्सव के इस पावन अवसर पर परम पूज्य दिगम्बर मुनिराज ऐलाचार्य 108 श्री अतिवीर महाराज जी संत भवन में विराजमान रहे और महोत्सव प्राँगण से समस्त जैन समाज को प्रवचनों के साथ -साथ धर्मवृद्धि का आशीर्वाद दिया | भव्य वार्षिक रथयात्रा महोत्सव मनाने के वास्ते खवासी, सारथी, कुबेर,इन्द्र इत्यादि पात्रों का चयन लक्की ड्रा कूपन द्वारा किया गया| श्री जिनेन्द्र प्रभु की इस भव्य रथयात्रा के दौरान जैनधर्म की धर्म प्रभावना के वास्ते, पंथवाद त्यागकर क्षेत्रीय समस्त जैन समाज एवं क्षेत्रीय सहयोगी संस्थाओं ने बढ़- चढ़कर हिस्सा लिया और हर्षोल्लास को प्रकट किया है| रथयात्रा के पूर्ण सम्पन्न होने के उपराँत स्वादिष्ट भोजन की समुचित व्यवस्था की गई थी|

जानकारी हेतु बता दें कि रथयात्रा की पूर्व संध्या यानी 6 अक्टूबर को वर्तमान मन्दिर कमेटी द्वारा विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया था| कवि सम्मेलन के इस अवसर पर पूर्व मन्दिर कमेटी के लगभग सभी पदाधिकारी एवं गणमान्य लोग मौजूद रहे, पूर्व मन्दिर कमेटी के महामंत्री श्रीमान राजेश जैन ने वर्तमान में चल रहे शिथिलाचारी साधु प्रकरण पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी और शिथिलाचारी साधुओं से समस्त जैन समाज को सचेत रहने का आग्रह किया |

कवि सम्मेलन के मौके पर अतिविशिष्ट अतिथि रूप में आम आदमी पार्टी के क्षेत्रीय विधायक माननीय श्री दत्त शर्मा पहुँचे जिनका कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा आदर-सत्कार किया गया और जैनधर्म का प्रतीक चिन्ह दिया गया, वहीं कुछ समय पश्चात क्षेत्र की सबसे लोकप्रिय कांग्रेस से पूर्व निगम पार्षद श्रीमती रेखारानी पहुँची जिनका पदाधिकारियों द्वारा आदर- सत्कार किया गया और उन्हें भी जैनधर्म का प्रतीक चिन्ह दिया गया| सम्मान प्रक्रिया के उपराँत श्रीमती रेखारानी ने जैन समाज के उपरोक्त कार्यक्रम में जनता के बीच देर रात तक उपस्थित रहकर अपनी पूर्ण सहभागिता दर्शायी, श्रीमती रेखारानी की उपस्थिति की सराहना करते हुए हास्य कवि डा. श्री प्रवीण शुक्ला ने कहा कि “मै पूर्व निगम पार्षद श्रीमती रेखारानी को नमन करता हूँ कि वह कविओं को जनता के बीच बैठकर देर रात तक सुन रहीं हैं नहीं तो नेतागण कार्यक्रमों में आते हैं और सम्मान की प्रक्रिया से गुजर कर तुरन्त चले जाते हैं |” कवि सम्मेलन में उपस्थित कवि श्री सौरव जैन “सुमन”,डा. प्रवीण शुक्ला (हास्य),श्री चिराग जैन (हास्य) एवं कवयित्री नम्रता जैन (जैन दर्शन) ने अपनी -अपनी प्रस्तुति के माध्यम से जनता -जनार्दन का दिल जीत लिया| कवि सम्मेलन का संचालन कवि श्री सौरव जैन “सुमन” ने किया एवं आयोजन को सुचारू रूप से चलाने के लिए कार्यक्रम की समस्त औपचारिकताओं के लिए मंच संचालन पं.श्री संजय जैन ने किया |- पी.एम.जैन (पारस पुँज)

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