प.पू.108 उपाध्याय श्री अभिनन्दन सागर जी महाराज को मिला आचार्य पद
नई दिल्ली -: 3 दिसम्बर !!राजस्थान के अलवर जिले में स्थित 1008 श्री दिगम्बर जैन चन्द्रप्रभु अतिशय क्षेत्र तिजारा, देहरा के मंदिर प्राँगण में विराजमान समाधि सम्राट प.पू. आचार्य श्री शाँतिसागर जी महाराज (दक्षिण भारत) परम्परा के उपाध्याय श्री अभिनन्दन सागर जी महाराज (ससंघ) एवं
समाधि सम्राट प.पू.आचार्य श्री धर्मभूषण जी महाराज (उत्तर भारत) परम्परा के मुनि श्री विज्ञानभूषण जी महाराज (संसघ) का मिलन हुआ अर्थात जैनधर्म की धर्म प्रभावना के वास्ते उत्तर -दक्षिण भारत चर्या के धर्म धुरन्दर धर्मगुरुओं के धर्म प्रभावक शिष्यों मिलन हुआ और दोनों उत्तर-दक्षिण दिशा के धर्मगूरू तिजारा जी में एक साथ मिलकर धर्म प्रभावना कर रहे हैं|
अतिशय क्षेत्र पर विराजमान धर्म गुरूओं के सान्निध्य में दिनाँक 3 दिसम्बर को उपाध्याय श्री अभिनन्दन सागर जी महाराज का भव्य दीक्षा दिवस समारोह धूमधाम से सम्पन्न हुआ |
उपरोक्त समारोह के दौरान ही उपाध्याय श्री को आचार्य पद भी प्रदान किया गया है!अब दक्षिण भारत से उत्तर भारत की ओर जैनधर्म की पावन धर्म पताका फहराने वाले परम पूज्य उपाध्याय श्री को आचार्य श्री अभिनन्दन सागर जी महाराज के नाम से पुकारा एवं पहचाना जायेगा|