श्री जैन श्वेतांबर अजीतनाथ महिला संघ ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
इंदौर |नगर प्रतिनिधिलाल मंदिर पिपली बाजार द्वारा साधार्मिक भाई बहनों के लिए इंदौर से नागेश्वर की 108 एसी टवेरा तथा दो बस द्वारा भव्य धार्मिक यात्रा निकाली गई|👉परम पूज्य गुरुदेव आचार्य श्री नवरत्न सुरीश्वर जी म.सा एवं परम पूज्य गुरुदेव आचार्य श्री अपूर्व मंगल सुरीश्वर जी म.सा. के आशीर्वाद से यात्रा का आयोजन किया गया|👇👇
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य जैन धर्म की धार्मिक यात्रा का प्रचार प्रसार व जैन धर्म की परंपराओं का निर्वहन, परम पूज्य गुरुदेव द्वारा महा मांगलिक सभी धार्मिक बंधुओं तक पहुंच सके |
इंदौर और आसपास के क्षेत्र के सभी सा धर्मिक भाई बहन राजवाड़ा से एकत्रित होकर 108 टवेरा तथा दो बसो द्वारा सुबह 6:00 बजे समाज के वरिष्ठ जनों ने हरी झंडी दिखाकर यात्रा को प्रारंभ किया सभी वाहनों पर जैन ध्वज लहराया और साथ ही बेहतर ट्रैफिक बेहतर इंदौर के नारे के साथ यात्रा प्रारंभ हुई|पिपलोन मे प.पू. मुनि श्री आगम रत्न सागर जी, प.पू. मुनि श्री प्रशम रत्न सागर जी प.पू. मुनि श्री वज्र रत्न सागर जी, द्वारा महा मांगलिक का श्रवण करने के पश्चात नागेश्वर तीर्थ की ओर प्रस्थान किया इस यात्रा का मुख्य आकर्षण केंद्र *वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स* रहा , रिकॉर्ड के लिए टीम द्वारा यह यात्रा को पिपलोन से 9 किलोमीटर पहले रिकॉर्ड हेतु रजिस्टर किया गया, ज्ञात हो कि इस तरह की यात्रा को पहली बार किसी रिकॉर्ड के लिए रजिस्टर्ड किया, 108 टवेरा में रिकॉर्ड के लिए मानक जरूरी सभी उपयोगी वस्तुओं को शामिल किया गया जिन की आवश्यकता थी जैसे प्रति गाड़ी में मेडिकल किट, सफर में सभी यात्रियों के लिए ड्राई फ्रूट्स के पैकेट और पीने के पानी की व्यवस्था, सभी7 ड्राइवरों का इंश्योरेंस और फिटनेस, सभी गाड़ी की फिटनेस, प्रति 50 किलोमीटर की दूरी पर डॉक्टर्स की सुविधा, समयावधि आदि का विशेष ध्यान रखकर 👉वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स👈 मे शामिल किया गया | वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की तरफ से सुश्री सुरभि जैन और जयेश कोठारी उपस्थित थे, एक अनूठा प्रयास रहा और धार्मिक यात्रा को रिकॉर्ड में सम्मिलित किए जाने की प्रक्रिया हुई | पिपलोन में परम पूज्य महाराज साहब की धर्म सभा में लगभग दस हजार लोगों की उपस्थिति में इस सम्मान पत्र के साथ पिपलोन का नाम इतिहास में रजिस्टर हो गया | यात्रा के मुख्य लाभार्थी श्रीमती सविता विनय जी जैन श्रीमती मधु जी संदीप जी वोहरा, श्रीमती प्रगति पारस जी हरकावत, श्रीमती शैला जी महेंद्र जी झेलावत को प्रदान किया गया है|