नई दिल्ली -: ज्योतिष शास्त्र में 9 ग्रह बतलाएे गए हैं जिनमें मूल ग्रह 7 होते हैं और 2 ग्रह छाया ग्रह के नाम से जाने जाते हैं| ग्रहों के अनुसार ही हमारे जीवन में परिवर्तन आते हैं इसी कारण ग्रहों से संबंधित अलग-अलग धातुएं राशि के अनुसार बताई गई हैं । कुंडली में अगर कोई प्लेनेट अशुभ फल दे रहा हो तो उससे संबंधित उपाय करने से हर प्रकार की समस्या से मुक्ति मिलती हैं ।
हमारे ग्रह दोषों को दूर करने का उपाय यह भी है कि हमें उस ग्रह एवं राशि से संबंधित धातु को धारण करना चाहिए जिससे हमारी सारी समस्याओं का समाधान हो सके ।
इसके लिए उस धातु की अँगूठी बनवाकर अपनी उँगुली में या फिर चैन बनवाकर अपने गले में या फिर ब्रेसलेट के रूप में अपने हाथों में धारण कर सकते हैं ।
किस राशि के लिए कौन सी धातु श्रेष्ठकर होती है । जिसे आप अपनी राशि के अनुसार उस धातु को धारण कर सकते हैं।
सोना :- यह धातु मेष, सिंह,वृश्चिक, धनु और मीन राशि के व्यक्ति के लिए बहुत ही लाभप्रद है क्योंकि इस सोना धातु का कारक ग्रह गुरु है|
चाँदी :- यह धातु वृषभ, कर्क, तुला, राशि के व्यक्ति के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है इस धातु का स्वामी चंद्रमा है|
लोहा:- यह धातु मकर और कुंभ के जातकों के लिए अति उत्तम मानी गई है इन व्यक्तियों को लोहे की अंगूठी अपने मध्यमा उंगुली में धारण करना चाहिए । इस धातु के कारक ग्रह शनि देव है ।
तांबा:- यह धातु मेष सिंह और वृश्चिक राशि के व्यक्ति के लिए बहुत ही लाभप्रद है । इस धातु के स्वामी ग्रह सूर्य है ।
पीतल: – यह धातु सोने के समान ही मेष, सिंह,वृश्चिक धनु और मीन राशि के व्यक्तियों के लिए अति फलदायक है । इस धातु का कारक ग्रह गुरु हैं ।
कांसा:- यह एक मिश्रित धातु है यह बुध ग्रह से संबंधित धातु मानी जाती है मिथुन एवं कन्या राशि के जातकों के लिए यह अति श्रेष्ठकर है|