वारणसी में ड्रीम प्रोजेक्ट के लिए तोड़े जा रहे हैं मकान तो प्रकट हो रहे हैं भगवान
नई दिल्ली -: दिसम्बर 2018!! प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मकानों के तोड़ने का कार्य जबर्दस्त तरीके से चल रहा है जोकि ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ मन्दिर कॉरिडोर के लिए किया जा रहा है। मकानों के टूटने पर आश्च्चर्यजनक तस्वीरें सामने आ रही हैं। टूटे मकानें से प्राचीन मंदिर मिल रहे हैं लेकिन एक मन्दिर को देख कर लोग आश्चर्य चकित हैं क्योंकि यह मन्दिर काशी विश्वनाथ मन्दिर के जैसा ही दिखाई पड़ता है। मिली जानकारी के अनुसार प्रशासन ने 182 मकानों को खरीदकर उन्हे तोड़ना शुरू कर दिया है। जिसमें से अब तक लगभग 40 से 50 मकानों को तोड़ा जा चुका है। इन मकानों को तोड़ते समय मकानों का रूप ही बदल गया और इन टूटे मकानों से लगभग 44 छोटे-बड़े प्राचीन मन्दिर मिले हैं। टूटे मकानों से मिले मन्दिरों पर अद्भुत नक्काशी और वास्तुकला का उदाहरण देखने को मिल रहा है। सूत्रों के अनुसार भारतीय पुरात्तव सर्वेक्षण के नीरज सिन्हा ने बताया कि इन मन्दिरों की प्राचीनता का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। यह सभी मन्दिर लगभग 18वीं या 19वीं सदी के हो सकते हैं कुछ मन्दिरों को देखकर लग रहा है कि वह लगभग हजार साल पुराने हैं। कोरिडोर निर्माण के समय इन मन्दिरों का जीर्णोद्धार कराया जाएगा और मन्दिरों के बाहर शिलापट्ट पर इतिहास लिखा जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना में काशी विश्वनाथ मन्दिर कोरिडोर को विकसित करने का कार्य तीव्रता से चल रहा है इसके लिए 269 इमारतों की पहचान की जा चुकी है। जिनका अधिग्रहण समाप्त किया जाना है।
पीएम मोदी की इस परियोजना के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने दिसम्बर 2017 में 600 करोड़ रुपए की मंजूरी दी थी|