फटाफट विचार 👌-P.M.JAIN
👉परिवार”का हाथ पकड़ कर चलिये लोगों के “पैर” पकड़ने की नौबत नहीं आएगी|
👉परिवार के प्रति जब तक मन में”खोट” और दिल में “पाप” है तब तक सारे”मंत्र” और “जप” बेकार है।
👉जीवन एक यात्रा है रो कर जीने से बहुत लम्बी लगेगी और हंस कर जीने पर कब पूरी हो जाएगी पता भी नहीं चलेगा।
👉ईश्वर” से शिकायत क्यों है ईश्वर ने पेट भरने की जिम्मेदारी ली है पेटियां भरने की नहीं|
👉ह्रदय कैसे और कैसा चल रहा है, यह डाक्टर बता देंगे, परन्तु ह्रदय में क्या चल रहा है,यह तो स्वयं को ही देखना है।- पी.एम.जैन “पापी” दिल्ली