क्षमता और सामर्थ्य हो तो संकल्प वचन सिद्धि-नियम का पालन किया जा सकता है-आचार्य सुनील सागर जी
सागवाड़ा!!आचार्य सुनील सागर जी महाराज ने शनिवार को ऋषभ वाटिका स्थित सन्मति समवशरण सभागार में प्रवचन में कहा कि क्षमता और सामथ्र्य हो तो संकल्प, वचन सिद्धि और नियम का पालन किया जा सकता है। इसलिए जीवन में वादा वही करो जिसे निभाया जा सके। महान शासक नेपोलियन बोनापार्ट सामान्य परिवार से सम्बद्ध रहे लेकिन संकल्प शक्ति के कारण महान शासक बन पाए। धैर्य, शांति और दृढ़ता से अपनी क्षमता का सदुपयोग कर जीरो से हीरो बनने के साथ ही जीवन कल्याण के मार्ग पर आगे बढ़ा जा सकता है। प्रभु स्मरण, संत सेवा और श्रेष्ठ आचरण को मुख्य केंद्र बिंदु बनाते हुए, खान-पान से लेकर खानदान तक मर्यादा का पालन जीवन में उमंग और उल्लास के साथ विकास के वातावरण को निर्मित करता है। आचार्य ने कहा कि जिन्हें विद्या, धन और बल प्राप्त होता है, उनकी आकांक्षा इसे ओर ज्यादा हासिल करने की होती है। मगर इन तीनों गुणों का यदि सही उपयोग किया जाए तो ठीक है, अन्यथा दुरुपयोग होने पर विनाशकारी परिणाम प्राप्त होते हैं। विद्या अर्थात ज्ञान से विवाद, धन से दुष्टता तथा अहंकार और बल से दूसरों को कष्ट देना और उपद्रव करने का स्वभाव नुकसानदायक सिद्ध होता है। सर्व गुणों की सक्षमता होने पर भक्ति, समता और समर्पण के साथ मर्यादा का होना बहुत जरूरी है। जो मर्यादा को भूल जाते वह निश्चित तौर पर बिखर जाते हैं। मर्यादा धारण करना श्रेष्ठ है, क्योंकि जब मां सीता ने लक्ष्मण रेखा को पार कर मर्यादा का उल्लंघन किया तो भयंकर परिणामों का सामना करना पड़ा। जिसके जीवन में मर्यादा की लक्ष्मण रेखा होगी उनकी तरक्की होना सुनिश्चित है।
मांडवी चौक पर सर्वधर्म सभा आज
समाज ट्रस्टी नरेंद्र खोड़निया ने बताया कि रविवार को भारत विकास परिषद के तत्वाधान में दोपहर 2 बजे मांडवी चौक पर सर्वधर्म सभा होगी। जिसमें आचार्य सुनील सागर महाराज, बेणेश्वर पीठाधीश अच्युतानंद महाराज, योगी प्रकाश नाथ महाराज, बोहरा समाज के धर्म गुरु तथा मुस्लिम समाज के धर्म गुरु संबोधित करेंगे। अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने का आह्वान किया है।