लाडनू 14 मई 2022। शनिवार को नगर की प्रमुख सामाजिक संस्था युवक परिषद के तत्वावधान में “पीढ़ियों के बीच में गहराता द्वंद्व: समाधान के उपाय” विषयक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी की अध्यक्षता युवक परिषद के उपाध्यक्ष जौहरीमल दूगड़ ने की। मुख्य अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी सीए महेंद्र पाटनी (कोलकाता) तथा विशिष्ट अतिथि लाडनूं तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्षा प्रीति घोषल थी।
इस अवसर पर समाजसेवी महेंद्र पाटनी ने बतौर मुख्य अतिथि विचार व्यक्त करते हुए कहा कि संयुक्त परिवारों में न केवल नैतिक मूल्यों विकास होता है, बल्कि पीढियों के बीच सकारात्मक समन्वय भी स्थापित होता है। आज हम एकल परिवार की ओर बढ़ते जा रहे हैं, यही कारण है कि बच्चों में नैतिक आचरण का विकास बाधित है। संयुक्त परिवार में बड़े बुजुर्ग अपने बच्चों को कहानी एवं दृष्टांतों के माध्यम से उन्हें उचित शिक्षा प्रदान करते थे। उन्होंने कहा कि आचार्य तुलसी कहा करते थे कि सुधारने की शुरुआत घर से ही करनी चाहिए। आचार्य तुलसीअक्सर कहते थे “सुधरे व्यक्ति, समाज व्यक्ति से राष्ट्र स्वयं सुधरेगा। अर्थात जब व्यक्ति स्वयं सुधरेगा तो उससे समाज सुधरेगा और जब समाज सुधरेगा तो राष्ट्र स्वयं सुधर जाएगा।
इस अवसर पर डॉ मनीषा जैन ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति में परिवार को सर्वोच्च स्थान दिया गया है। परिवार की खुशी और जिम्मेदारियों के लिए अपनी स्वयं की खुशियों को किनारा कर देते है। संयुक्त परिवारों के विघटन से युवाओं के बीच में द्वंद्व गहराता जा रहा है। उन्होंने कहा कि पाश्चात्य संस्कृति का अंधानुकरण हमारी पवित्र संस्कृति के लिए घातक है। उन्होंने कहा कि हम बबूल का पेड़ लगाकर आम प्राप्त होने की कल्पना नहीं कर सकते। हमें युवाओं और बुजुर्गों के बीच सकारात्मक समन्वय स्थापित करने के प्रयत्न करने होंगे।
विशिष्ट अतिथि प्रीति घोषल ने कहा कि मोबाइल फोन आज हर व्यक्ति की आवश्यकता बन गई है तथा यह हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। किंतु आज युवा एवं बच्चे जिसका अत्यधिक मात्रा में दुरुपयोग कर रहे हैं जिससे समाज में अपराध जन्म ले रहे हैं। हमें बच्चों में संस्कारों के बीजारोपण पर बल देना होगा।
संगोष्ठी का संयोजन करते हुए आलोक खटेड़ ने पीढ़ियों के बीच गहराते द्वंद के अनेक बिंदुओं पर तथ्य पूर्ण चर्चा की।
चांदकपूर सेठी ने स्वागत वक्तव्य प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत अभय नारायण शर्मा, अरविंद नाहर, दिगंबर जैन समाज के मंत्री धर्मचंद गोदा, आलोक खटेड़, डॉ. मनीषा जैन, चांदकपूर सेठी आदि ने किया।
इस अवसर पर, तेरापंथी सभा के अध्यक्ष संपत राज डागा, अरविंद नाहर, प्रकाश जांगिड़, पार्षद रेनू कोचर, तेरापंथ महिला मंडल मंत्री नीता नाहर, सुमन नाहटा, आदि ने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर नगर के अनिल खटेड़, हर्ष जैन, तेरापंथी सभा के अध्यक्ष संपतराज डागा, राजेंद्र खटेड़, लक्ष्मीपत बैंगानी, दिगंबर जैन समाज के उपाध्यक्ष अशोक सेठी, भागचंद जैनाग्रवाल,निर्मल पाटनी, महेंद्र गंगवाल, प्रकाश कोठारी, सुमिता बेद, कंचन चौरसिया, सुनीता खटेड़, सरिता बैंगनी आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे।